Best JNV Shayari | JNV Best Quotes | Navodayan Best Shayari | Navodaya Thought | JNV Subh Vichar | Morning assembly thoughts by JNV | Jawahar Navodaya vidyalaya NVS related topics | Navodaya Poem

Best JNV Shayari | JNV Best Quotes | Navodayan Best Shayari | Navodaya Thought | JNV Subh Vichar | Morning assembly thoughts by JNV | Jawahar Navodaya vidyalaya NVS related topics | Navodaya Poem







  ❀◕ ‿ ◕❀
     
शब्द नहीं है ,पर याराना लिखना चाहता हूं ,
मैं बिछड़े हुए पलों से ,नई तराना लिखना चाहता हूं ।
बीत गया जो नवोदय मौज मस्तियों में ,
मैं फिर से वो जमाना लिखना चाहता हूं।।


❀◕ ‿ ◕❀

दोस्त तो बहुत मिलेंगे जिंदगी में,
पर नवोदय वालों की बात ही कुछ अलग थी।।


❀◕ ‿ ◕❀

शर्त लगी थी खुशी को
 एक अल्फाज़ में लिखने की 
लोग किताब ढूंढते रह गए
 हमने नवोदय लिख दिया।।


❀◕ ‿ ◕❀

लाखों ठोकरें खाई इस जमाने से 
फिर भी कोशिश करता रहा, 
इतना जल्दी भी कैसे हार मान लेता 
मैं पढ़ा जो नवोदय से था।


❀◕ ‿ ◕❀

आज भी Navodaya की यादें ताजा कर लेता हूं,
 बड़ा सा गेट होते हुए भी घर की दीवार फांद लेता हूं।


❀◕ ‿ ◕❀

जनाब ये नशा किसी महखाने का नहीं,
ये नशा तो नवोदय का है जो हम पर चड़ा रहता है


❀◕ ‿ ◕❀


समय की रेत फिसलती हुई
ये रात गुज़रती हुई
नवोदय करती हुई 
एक किरण चलती हुई 
मन में उमंग भरती हुई
 होंठों को मुस्कान से 
लफ्जों को कलम से धरती हुई 
समय की रेत मुट्ठी से फिसल कर
 मुट्ठी में गिरती हुई


❀◕ ‿ ◕❀

पता नहीं क्या जादू है उसमे 
उसका नाम सुनते ही हंसना और 
उसका नाम सुनते ही रोना
दोनों same टाइम आ जाते हैं....
                                                         #नवोदय


❀◕ ‿ ◕❀


लिख देती जिंदगी के हर पन्नों पर तुम्हें 
अगर मेरी जिंदगी एक कोरी किताब होती
            
                                                           #नवोदय


❀◕ ‿ ◕❀

कभी पिंजरे सी लगती थी तेरी चार दीवारी... 
उस घुटन से मुक्त होकर कहीं दूर उड़ जाना चाहते थे ।। पर जैसे ही आजादी मिली तेरी बंद किवार से.....
खुलकर जीने का मजा और चाहत दोनों ही खत्म हो गयी.... 
क्योंकि तेरी बंदगी में रहकर जो सुकून मिलता था हमें.... 
वो दुनिया के अब किसी भी कोने में नहीं ॥
तु धरती पर एकमात्र स्वर्ग था, है और हमेशा रहेगा " ॥ तेरी जय नवोदय ॥


❀◕ ‿ ◕❀

भूल चुका हूं मैं उनको,
 जिनको कभी मनाता था
याद नहीं रहे वह पल,
जिनमें मैं डूब जाता था । 
इस कोहरे जैसी जिंदगी में, 
वह तमन्ना नहीं मिलती जो शनिवार की रात को,
नवोदय का एतवार लाता था ।।



.。・:*:・(✿◕3◕)❤(◕ε◕✿)・:*:・。.






इसे पढ़ने के लिए इस पर Click करें।।

 Navodaya ke yaadein

 Navodaya ke Masti 

 Navodaya ke yari

 Navodaya ke girlfriend

 Navodaya ka campus

 Navodaya Shayari 

Navodaya ke life


Comments